Do kinare - Rekha Khanna

दो किनारे

हम नदी के दो किनारे थे। जो कभी नहीं मिल सकते थे पर ये नदी समय से पहले ही कुछ दूर तक साथ चल कर ही सूख गई और पीछे छोड़ गई अपने बहाव के चंद अध-मिटे निशान।