…कुछ ज़िद्दी लोग हमेशा बच रहते थे समाज में
जो कहते थे कि अन्धेरे समय में अन्धेरे के बारे में गाना ही
रोशनी के बारे में गाना है ।…

Escape To The World Of Words
…कुछ ज़िद्दी लोग हमेशा बच रहते थे समाज में
जो कहते थे कि अन्धेरे समय में अन्धेरे के बारे में गाना ही
रोशनी के बारे में गाना है ।…
قیدیٔ دشتِ ستمکار نا سمجھے کوئی’
‘ہر حجابی کو نگوں سار نا سمجھے کوئی
‘सबसे ख़तरनाक होता है मुर्दा शांति से भर जाना / तड़प का न होना / सब कुछ सहन कर जाना / घर से निकलना काम पर/और काम से लौटकर घर आना’
By Zubair Javaid Thorns were pasted, dyed with red blood, reshaped into a flower– that’s meFreezing in scorching sun, dying out of thirst by the …