रचनाकार : रघुवीर सहाय तोड़ो रघुवीर सहाय तोड़ो तोड़ो तोड़ोये पत्थर ये चट्टानेंये झूठे बंधन टूटेंतो धरती को हम जानेंसुनते हैं मिट्टी में रस है जिससे …
Human
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वसंत आया
कवि : रघुवीर सहाय जैसे बहन ‘दा’ कहती हैऐसे किसी बँगले के किसी तरु (अशोक?) पर कोई चिड़िया कुऊकीचलती सड़क के किनारे लाल बजरी पर …

My Heart Leaps Up
‘So was it when my life began / So is it now I am a man / So be it when I shall grow old / Or let me die!’

आखि़र इंसान हूं मैं
By Yash Bhopte कौन था मैं ! कौन हूं ! इस प्रश्न से मैं मौन हूं,इसका मुझे उत्तर मिला, राही को जैसे घर मिला।जीवन की …

What Makes Man A Human ?
By Mixbah Zaffar What makes man a human ?Not the avarice, not the vices.I fancy if it’s the Pious GeneNicest, that come from nervesAs a …