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हिन्दी Poetry

सोच रहा एक किताब लिखूं

By Aditya Pandey सोच रहा एक किताब लिखूँया सिर्फ तुम्हारी याद लिखूँ ,तुम बिन जो कटी वो रात लिखूँया सिर्फ तुम्हारी बात लिखूँ । साथ …