By Anuradha Rani नज़रों को बयां करने नहीं देतीहै दर्द का समुंदर पर बहने नहीं देतीकट रही है ज़िंदगीसांसे भी कर्ज़दार हैंग़़ुलाम हूं बस इंतज़ार …
है हंसी झूठी मेरी
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By Anuradha Rani नज़रों को बयां करने नहीं देतीहै दर्द का समुंदर पर बहने नहीं देतीकट रही है ज़िंदगीसांसे भी कर्ज़दार हैंग़़ुलाम हूं बस इंतज़ार …