By S. Aarfa Khalique
दुआ करुंगी ख़ुदा से,
ये दूरियों का सिलसिला यूं ही बरक़रार रहे,
करके जो गया था ज़ख्मी मुझे,
वो अपनी ही दुनिया में आबाद रहे।
दिल्लगी का झूठा नाटक रचा था उसने,
मेरे जज़्बात को ठेस पहुंचाया था उसने,
पल भर में करके यूं बेदखल मुझे,
बेवफ़ाई का जाल बिछाया था उसने।
कोई जाकर बताए उस ज़ालिम को,
दिल तोड़ने की सज़ा क्या होती है,
जो टूटकर आपको इश्क़ करे,
वैसी मुहब्बत अब कहां दिखती है।
S. Aarfa Khalique, from Jharkhand, India, has done post graduate diploma in management.
Very nice.