By Charul Gupta

र बार वो
धुंधला सा चेहरा नज़र आता है,
वो मासूमियत से भरा –‌ ‌  
मुस्कराता हुआ चेहरा,
पता नहीं उस चेहरे के आगे धुंध है
या धुंध के आगे चेहरा,
हर बार ही वो चेहरा नज़र आता है 

हर बार उस चेहरे के पास
जाने की कोशिश करती हूं,
पर जब भी उसके पास जाती हूं,
वो उतना ही दूर होता जाता है …
हर बार ही वो चेहरा नज़र आता है

हर बार उस चेहरे में किसी
अपने को पाने की कोशिश करती हूं,
जो उम्र भर मेरा साथ निभाएगा,
उसे आवाज़ लगाने की कोशिश में
लगता है वो मेरे पास कभी तो आयेगा,
हर बार ही वो चेहरा नज़र आता है

Charul Gupta, from Rajasthan, India, is a science graduate from Matsya University. Poetry and Badminton are her therapy.

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